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आम वृक्ष

देवकी दर्पण
पाटन जिला बूंदी (राजस्थान)
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बहुत ही उपयोगी, होता है सघन खूब,
दीर्घजीवी हितकारी, वृक्ष बड़ा आम है।
भारत के दक्षिण में, कन्या कुमारी से यह,
आगे तक फैला हुआ, आम का ही नाम है।
उत्तर में हिमालय, की तराई तक यह,
तीन हज्जार फुट का, ऊंचा आम धाम है।
पश्चिम में पंजाब से, पूरब आसाम तक,
भारत वनों में खूब, आम का ही काम है।।१।।

अनुकूल जलवायु, साठ फुट तक ऊंचा,
तरू शान से हो जाता, स्वाभिमान से खड़ा।
छाया भरपूर होती, धूप को देता चुनोती,
लकड़ी नरम सोती, तरु होता है बड़ा।
होती है टिकाऊ काष्ठ, लेता काम पूरा राष्ट्र,
चाय की पेकिंग पाष्ट, बक्सा बनाते कड़ा।
आम वृक्ष का कमाल, गोन्द देती रहे छाल,
भाई आम लगा पाल, मौज जिन्दगी उड़ा।।२।।

गोन्द की बने दवाई, ओषधालयों को भाई,
रोगियों को रास आई, आम वृक्ष मान है।
पोधा जब चलता है, चार साल पलता है,
फिर यह फलता है, भारत की शान है।
प्रौढ़ पन्द्रह वर्ष का, लाता समय हर्ष का,
फलना सहर्ष का, खरी पहचान है।
एक हज्जार फल से, तीन हज्जार तक भी,
देता फल सीजन में, आम वृक्ष जान है।।३।।

सड़ता न गलता है, लगभग चलता है।
साठ वर्ष फलता है, बात यह आम की।
आम पत्तियों का नाम, आयुर्वेद आती काम,
रखती बड़ा मुकाम, पत्तियां भी काम की।
मान्यतायें हो धार्मिक, चाहे चुन आध्यात्मिक,
बात सुन ले मार्मिक, चीज है विश्राम की।
विटामिन भरपूर, है सी ए मात्रा प्रचूर,
प्राकृतिकता न दूर, कृपा पूरी राम की।।४।।

पत्तियाँ सभी को भाती, बालों में चमक लाती,
सूखी हुई पीस जाती, सुखी यों समाज हो।
चेहरे की झुर्रियों को, धब्बे रूखापन को भी,
ताजा पत्तियों का पेस्ट, ठीक करे काज हो।
सुगर नियन्त्रित हो, पेचिस की दवा यही,
सूजन को कम करे, वैद्य से इलाज हो।
वजन घटाती रही, गुठली का दाम यही,
आयुर्वेद माना सही, नही दगाबाज हो।।५।।

बन्धती बन्दनवार, लक्ष्मी प्रेम का प्रतीक,
सकारात्मक दे ऊर्जा, सदा पेड़ आम का।
प्रजनन का प्रतीक, काम देव से जुड़ा है,
रोप जून बसंत मे, वृक्ष बड़ा काम का।
पत्तियाँ कार्बनडाइ, ऑक्साइड शोखती है,
संस्कृति परम्परा मे, डंका आम नाम का।
भूमिका निभाया खूब, काम हर आया खूब,
दुनियाँ को भाया खूब, तरु है आराम का।।६।।

परिचय :- देवकी नंदन शर्मा “देवकी दर्पण”
साहित्यक नाम : देवकी दर्पण
पिता : स्व.श्री गजानन्द शर्मा
माता : स्व.श्रीमति रामनाथी बाई
जन्म : ७ जुलाई १९७६
निवासी : रोटेदा तह.- के. पाटन जिला बून्दी (राजस्थान)
लेखन : हिन्दी व राजस्थानी मे समान रूप से।
विधा : गद्य मे- संस्मरण, रेखा चित्र, कहानी, लघु कथा, यात्रा वृतांत, लेख, आलेख, ललित निबंध आदि। पद्य मे- कविता, गीत नवगीत हाइकू, दोहा, छन्द, गजल, क्षणिका,                   मुक्तक आदि।
अभिरुचि : लेखन, स्वाध्याय, संगीत, अभिनय, वाद्यवादन आदि।
प्रकाशन : देश भर से सात दर्जन दैनिक और दूसरी पत्र पत्रिकाओं का प्रकाशन। सहित राष्ट्रीय स्तर के कई संकलनों मे रचना प्रकाशित।
प्रकाशित पुस्तके : १- अमरत को धोरो (राजस्थानी काव्य कृति २००६) २- मेघ माल (हिन्दी काव्यकृति २००७) ३- कांकरी घून्दता पग (राजस्थानी यात्रा वृतांत २०१३) ४- अध्यात्म दर्शन (भजन संग्रह २०१५) ५- क्है चकवां सुण चकवी (राजस्थानी लोक कथा २०१७) ६- खोल पखेरू पांख (राजस्थानी बाल गजल संग्रह २०२२) ७- जाण जातरी जाण (राजस्थानी यात्रा वृतांत २०२२) ८- धजा का धणी (राजस्थानी बाल काव्य २०२३) ९- जामण जाई (राजस्थानी महाकाव्य २०२३) १०- जाण्यां बीण्यां आखर (राजस्थानी बाल काव्य २०२४) ११- जानिए अक्षर-वर्ण (हिन्दी बाल काव्य २०२४)
बेटी सीरियल : हर मंगलवार को दैनिक सांध्यकालीन अंगद मे प्रकाशित।
प्रसारण : १- दूरदर्शन केन्द्र जयपुर, २- ई टी भारत, ३- पस्ट इण्डिया टीवी, ४- एस टी एन टीवी, ५- खबर बून्दी, ६- प्लस न्यूज,टीवी चैनलों और कई यूट्यूब चैनलों सहित कोटा और जयपुर आकाशवाणी से रचना आलेखो का निरन्तर प्रसारण।
सचिव : राष्ट्रीय शिक्षक रचनाकार प्रगति मंच और मायड़भासा सिरजण मंच।
पुरस्कार : १- श्री धन्नालाल कृषक साहित्य सम्मान २०२३ करसो खेत खलाण ढोटी कोटा
२- पुरोहित श्री राधेश्याम दाधीच सम्मान २०२३ लुहावद कोटा
३- श्री नाथूराम चोधरी स्मृति राजस्थानी जातरा वृतांत पुरस्कार २०२३ नेम प्रकाशन डेह नागौर।
सम्मान : १- काव्य सरस्वती की मानद उपाधि २००६ अन्तर्राष्ट्रीय पराविद्या संस्थान उ.प्र.द्रारा। २- राष्ट्रीय युवा रचनाकार सम्मान २००६ रा.शि.र.प्र.म.बूढ़ादीत कोटा द्वारा। ३- साहित्य भूषण सम्मान २००६ ऋचा प्रकाशन कटनी म.प्र । ४- .डॉ. अम्बेडर फेलोशिप २००७ नई दिल्ली।
५- काव्य कदम्ब सम्मान २००८ राष्ट्रीय प्रतिभा सम्मान अखिल भारतीय साहित्य संगम उदयपुर द्वारा।
६- दुष्यन्त साहित्य सम्मान २००८ खण्डवा में.प्र.। ७- ब्रज गौरव सम्मान २००८ बलदेव मथुरा उ.प्र.। 8- भारत श्री सम्मान २००८ समग्रता शिक्षा साहित्य एवं कला परिषद कटनी म.प्र.। ९- आर्यावर्त रत्न समान २०२० आर्यावर्त समिति कोटा। १०- समरस श्री काव्य शिरोमणि सम्मान २०२२ समरस संस्थान साहित्य सृजन भारत। ११- शान-ए- हाड़ौती सम्मान २०२२ कर्मवीर संस्था कोटा। १२- कोटा लिटेचर फेस्टीवल अवार्ड २०२४ साहित्यक महाकुंभ संभाग पुस्तकालय कोटा। १३- साहित्य श्री सम्मान २०२४ श्री भारतेंदु समीति लाडपुरा कोटा। १४- हाड़ौती आनन्द गौरव सम्मान २०२४। १५- सम्मान सिहोर म.प्र. सहित कई ऑनलाईन ई सम्मान पत्रो से भूषित।
मंच : अखिल भारतीय एवं राजस्थानी कवि सम्मेलनो मे सन् २००० से कविता पाठ।
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है।

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