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प्रश्न सेना पर

डॉ. किरन अवस्थी
मिनियापोलिसम (अमेरिका)

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प्रश्न देश की युद्धनीति पर
सेना की गुप्त नीति पर
सेना पर, युद्ध विराम पर?
देश की गुप्तनीति
को करें उजागर
क्या ये देश भक्ति हैं
देश भक्ति पर चोट नहीं है?
जरा सोचिए
क्या जीवन का लक्ष्य
है केवल रण करना
अगणित मांगें सूनी करना
बूढ़ी गोदें रीती करना
भाई-दूज राखी
पर्व मिटा देना
बच्चों के सिर से
पिता की छांव हटा देना
यही लक्ष्य प्रश्नकर्ता का?
भारत का लक्ष्य बड़ा है
युद्ध की रणभेरी लिए खड़ा है
पर किसकी खातिर?
आतंकवाद को
धूल चटाना
दुनिया के
आतंकी दल को
जन्नत की हूरों
से मिलवाना
आतंकी अड्डे
मिट्टी में मिलाना
आतंक मचाने वालों का
करके पर्दाफाश
आतंकी रावण के
दस शीष कटाना
उसकी आतंकी
सेना को कर ध्वस्त
आतंकवाद को
जड़ से मिटाना
आमूलचूल कर परिवर्तन
धरती से आतंक हटाना
घृणा,द्वेष आतंक
के पालक को
सुंदर संदेश बताना
विश्व शांति के हित में
भय बिनु होय न प्रीति
के अस्त्र से
भय जतलाकर
शांति-संदेश पहुंचाना।
नहीं चाहते प्रातिवेशिक
से जंग करें
हम केवल आतंकी
अड्डे ध्वस्त करें
नहीं चाहते हैं रण हो
निरपराधों का मरण हो।
भारत की सेना में
शांतिहित रणभेरी बजी है
सेना सन्नद्ध खड़ी है
सारे आतंकी हमें सौंप दो
कायर को जन्नत दिलवा दो
हम रणहित तत्पर सदा रहेंगे
निर्दोष मनुजता
पर न वार करेंगे
उद्देश्य हमारा है केवल
आतंकवाद को मूल सहित
करके चकनाचूर रहेंगे।
भारत कीसेना पर
प्रश्न उठाने वालों
और देश पड़ोसी
तुम भी सुन लो
जनहित में
मैत्रीभाव संजोना
भारत का संदेश यही है
युद्ध नहीं उद्देश्य हमारा
शांति स्थापना
संदेश हमारा।

परिचय :- डॉ. किरन अवस्थी
सम्प्रति : सेवा निवृत्त लेक्चरर
वर्तमान निवासी : मिनियापोलिस, (अमेरिका)
शिक्षा : एम.ए. अंग्रेजी, एम.ए. भाषाविज्ञान, पी.एच.डी. भाषाविज्ञान
सर्टिफिकेट कोर्स : फ़्रेंच व गुजराती।
सम्प्रति : आप राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच अमेरिका शाखा की अध्यक्षा है।
पुनः मैं अपने देश को बहुत प्यार करती हूं तथा प्रायः देश भक्ति की कविताएं लिखती हूं जो कि समय की‌ मांग भी‌ है। आजकल देशभक्ति लुप्तप्राय हो गई है। इसके पुनर्जागरण के लिए प्रयत्नशील हूं।
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करती हूँ कि मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है।


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