
सूर्यपाल नामदेव “चंचल”
जयपुर (राजस्थान)
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नमामि सत्य सुंदरम,
नमामि चन्द्रधारणाम।
नमामि त्रिलोक त्रिलोचनम्,
नमामि नमामि शिव शिवम्।।
सत्य शिव सुंदरम, सत्य शिव सुंदरम।।
समस्त् पाप खंडनं,
समस्त् लोक पोषणं।
सत्य ही शिवम् शिवम् ,
शिवकृपा जनम जनम।।
सत्य शिव सुंदरम, सत्य शिव सुंदरम।।
समस्त दोष शोषणं,
युतं सुखैक दायकं।
निकाम काम दायकम्,
नमो नमो शिवो शिवम्।।
सत्य शिव सुंदरम, सत्य शिव सुंदरम।।
त्वमेव ही कृपाकरम,
त्वमेव ही सुखाकरम।
गरल कंठ सुशोभितम्,
नमामि नमामि मस्तकम।।
सत्य शिव सुंदरम, सत्य शिव सुंदरम।।
शिक्षा : एम ए अर्थशास्त्र , एम बी ए ( रिटेल मैनेजमेंट)
व्यवसाय : उद्यमी, प्रबंधन सलाहकार, कवि, लेखक, वक्ता
निवासी : जयपुर (राजस्थान) ।
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