बचपन का जमाना
रमेश चौधरी
पाली (राजस्थान)
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बारिश की बूंदों का
टिमटिमा के बरसना
स्कूल की छूटी होते ही
बारिश के पानी में चलना
मानो जिंदगी का सारा
आनंद और सुकून
देके चला गया हो
वो बचपन का जमाना।
छोटे-छोटे हाथों से
छतरी लेके चलना
नन्हे-नन्हे कदमों से
बारिश के कीचड़ में
मस्ती करना
मानों जिंदगी का सारा
खज़ाना देके चला गया हो
वो बचपन का जमाना।
बारिश की बूंदों से उठते
हुए बुलबुलों का फटना
थक कर स्कूल से आते ही
दोस्तों के संग बारिश में खेलना
मानों जिंदगी की सारी
आज़ादी देके चला गया हो
वो बचपन का जमाना ...
वो बचपन का जमाना ...
परिचय :- रमेश चौधरी
पिता : श्री नारायण लाल जी चौधरी
माता : श्रीमती सुन्दरी देवी
शिक्षा : बी.एड, एम.ए (इतिहास)
निवासी : तह.- सोजत सिटी पाली (राजस्थान)
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है...


















