वक़्त की ठोकर
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रचयिता : शिवांकित तिवारी "शिवा"
वक़्त की ठोकर का शिकार हुये है,
तबीयत ठीक है जिनकी अब वो बीमार हुये है,
चट्टानों से मजबूत हौसलें थे जिनके,
वक़्त की मार से अब वो बेकार हुये है,
हमारे बीच अब तो दोस्ती जैसा कुछ नहीं बचा,
कुछ एहसानफरामोश और खुदगर्ज हमारे यार हुये है,
इंसान यहां दोहरे किरदार निभा रहा,
अब चोर यहां आज साहूकार हुये है,
बाप को बात - बात पर अब आँख दिखा रहा है बेटा,
आधुनिकता की चकाचौंध में गायब संस्कार हुये है,
लेखक परिचय :- शिवांकित तिवारी "शिवा" युवा कवि, लेखक एवं प्रेरक सतना (म.प्र.) शिवांकित तिवारी का उपनाम ‘शिवा’ है। जन्म तारीख १ जनवरी १९९९ और जन्म स्थान-ग्राम-बिधुई खुर्द (जिला-सतना,म.प्र.) है। वर्तमान में जबलपुर (मध्यप्रदेश) में बसेरा है। आपने कक्षा १२ वीं प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की है...