घने कोहरे
ओमप्रकाश सिंह
चंपारण (बिहार)
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घने कोहरे की बीरानंगी में-
छिपी दुबकी जिन्दगी ।
सूर्य की प्रखर किरणों की ताप से-
उल्लसित, सुवासित, मुखरित हो उठी है।
विद्यालय में आज में देखता हूं-
छात्र-छात्राओं की संख्या में बेतहासा-
बृद्धि समृद्धि सी हो गयी है।
खिले धूप में ही पढ़न-पढ़ान कार्य
आरंभ हो गई है नामांकन से उत्साहित-
छात्र-छात्राएं एक नई जीवन की-
उम्मीद बाद एक नई स्फूर्ति के साथ।
नए वर्ग में मां सरस्वती की आराधना में-
अपने आप को संलग्न जिंदगी की ओर
स्नेह और करुणामई याचना से-
ओत-प्रोत मां की कर कमलों में समर्पित।
अर्पित कर रही है अपनी सब कुछ .....
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परिचय :- ओमप्रकाश सिंह (शिक्षक मध्य विद्यालय रूपहारा)
ग्राम - गंगापीपर
जिला -पूर्वी चंपारण (बिहार)
सम्मान - हिंदी रक्षक मंच इंदौर (hindirakshak.com) द्वारा हिन्दी रक्षक २०२० सम्मान
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