Monday, May 20राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

लहराओ तिरंगा प्यारा

रामेश्वर दास भांन
करनाल (हरियाणा)
********************

घर गाँव शहर सब में,
आजादी का जश्न मनाओ तुम,
पायी थी कुर्बानियों से आज़ादी,
शहीदों का मान बढ़ाओ तुम,
चरखा, अनशन चले थे गांधी जी के,
उसका ध्यान लगाओ तुम,
सत्य अहिंसा का जीवन अपना,
देश में यहाँ बिताओ तुम,
लहराकर तिरंगा प्यारा देश का,
भारत की शान बढ़ाओ तुम,
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई,
आपस में मिल जाओ तुम,
देखें जो देश को बुरी नियत से,
उसको सबक सिखाओ तुम,
है हिन्द की शान तिरंगा,
तिरंगे की शान बढ़ाओ तुम,
पढ़ लिख कर बनो शेर यहाँ,
खुब दहाड़ लगाओ तुम,
कर देश का नाम रोशन अपने,
विश्व को दिखलाओ तुम,
सीमा पर जो खड़े देश के प्रहरी,
हथेली पर है प्राण लिए,
लहराकर तिरंगा प्यारा,
उनका स्वाभिमान बढ़ाओ तुम,
बन जाओ सब देश के प्रहरी,
अपना फर्ज निभाओ तुम,
तिरंगा है जान से प्यारा,
तिरंगे को लहराओ तुम,

परिचय : रामेश्वर दास भांन
निवासी : करनाल (हरियाणा)
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय  हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *