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अजनबी तन्हाई

डॉ. राजीव डोगरा “विमल”
कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश)
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कौन सा दर्द
अपने सीने में
छुपाए रखते हो?
मुस्कुराहट के पीछे
कौन सा गम
अपने ह्रदय में
दबाए रखते हो?
कहते हो तुम
लोगों से अक्सर
कि मुझे कोई
गम नहीं ?
फिर इस
तन्हाई के आलम में
किस से गुफ्तगू का
माहौल बनाए रखते हो?
सुना है लोगों से
कि तुम बहुत
बातें करते हो
पर आता है
नाम मेरा तो
क्यों अपने
लबों पर खामोशी
और आंखों में
मुस्कुराहट रखते हो?

परिचय :-  डॉ. राजीव डोगरा “विमल”
निवासी – कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश)
सम्प्रति – भाषा अध्यापक गवर्नमेंट हाई स्कूल, ठाकुरद्वारा
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


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