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मेरा भाई

रतन खंगारोत
कलवार रोड झोटवाड़ा (राजस्थान)
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मेरे जीवन के सच्चे साथी,
तुझ बिन मै कुछ नहीं,
तुझसे ही तो मेरी
सुबह और शाम है,
इस जग मे मेरे भाई
जैसा कोई और नहीं।।

मेरे आँखो की
चमक है तू,
मेरे जीवन की
हर रौनक है तू।
तुझ से ही खिलता
हमारा घर आँगन,
तेरी मुस्कान से ही
चलती हमारी धड़कन।।

हमारे घर का
उजाला है तू भाई,
मम्मा-पापा की
आँखों का तारा है तू।
तुझसे ही बढ़ती
हमारी खुशियो की उम्र,
श्री राम जैसा पुत्र है,
मेरे भाई तू।।

गुलाब की जैसी
महक हो तुम,
अंधेरों को मिटाता
पूनम का चांद हो तुम।
तुमसे ही तो रोशन
है हमारा जीवन,
लक्ष्मण के जैसा
ही भाई हो तुम।।

परिचय : रतन खंगारोत
निवासी : कलवार रोड झोटवाड़ा (राजस्थान)
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करती हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है।

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