युवा शक्ति जागो रे
मईनुदीन कोहरी
बीकानेर (राजस्थान)
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जागो-जागो, जागो रे जागो
सेवा का हथियार हाथ में
"मुझको नही तुझको" के नारे से
दुखियों के दुःख-दर्द को मिटाना है ........
जागो ....!
पर, पीड़ा को मिल मिटाएंगे
एक दूजै के सहारे से आगे बढ़ना है
कष्ट ना पाए कोई दुखियारा
आओ अपने हाथों से देश बनाना है।
जागो रे....!
बच्चा-बच्चा समझे अपनी जिम्मेदारी
गाँव-गली में अनपढ़ रहे न कोई
शिक्षा की अलख जगाने को
आओ मिलकर ज्योत से ज्योत जलाना है।
जागो रे ...!
जन-जन को राष्ट्र हित में आना है
कुरीतियों को मिल जड़ से मिटाना है
विकाश की गंगा बहाने की खातिर
बस्ती-बस्ती सेवा की अलख जगाना है।
जागो रे ...!
अपनी ताकत को तुम पहचानों
आओ सेवा की मशाल जलाएं
युवा-शक्ति के हाथों देश बदलने
"नाचीज़" युवा-युवतियों को जगाना है।
जागो रे ....!!!
"मुझको नही तुझको" के नारे से
दुखियों के दुःख-दर्द को मिटाना है
जागो रे ....!!!
परिचय :-...





















