आओ हिन्दी का गुणगान कराएं
मनमोहन पालीवाल
कांकरोली, (राजस्थान)
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आओ हिन्दी का गुणगान कराएं
भारत माॅ की हम शान बढाएं
घर बाहर विदेशी मे जाकर हम
बोल हम हिन्दी का मान बढाएं
अंग्रजी भी माना एक भाषा है
होठो पर हिंदी की मुस्कान लाए
सरल, सहृदय, कोमल है भाषा
अपनी नन्ही जुबान पर सजाएं
अंग्रेजी, उर्दं, अन्य समझ से परे
कोशीश हमारी विदेशी अपनाएं
हिन्दी से हिन्दुस्तान की पहचान
आओ ऐसे हम शीश नमाएं
मातृ भाषा अपनी न पशेमा हो
तब हिन्दुस्तानी हम कहलाएं
सब आभूषण से पूर्ण आभूषण
हिन्दी का हम गोरव गान गाएं
मील कर शंखनाद करे हम सभी
ग्रंथ सभी मील कर हार बनजाएं
हाथ जोड़ विनती करू हिन्दी सब अपना
मोहन सबसे विनती करे इसे सब अपनाए
परिचय :- मनमोहन पालीवाल
पिता : नारायण लालजी
जन्म : २७ मई १९६५
निवासी : कांकरोली, तह.- राजसमंद राजस्थान
सम्प्रति : प्राध्यापक
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार ...





















