कारनामें नेताओं के
हितेश्वर बर्मन
डंगनिया, सारंगढ़ (छत्तीसगढ़)
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आजकल के कुछ नेता
ऐसे काम करते हैं,
अपने बारे में बताना हो,
तो सिर्फ अच्छाई ही बताते हैं।
और जब वे दूसरे नेताओं
के बारे में बात करते हैं,
तो अच्छाई को भी तोड़-
मरोड़ कर बुराई बताते हैं।
नेताजी जनता के नजर
में सिर्फ़ नेता ही होते हैं
पर असल में वे पहुंचे
हुये वैज्ञानिक होते हैं।
कब किसके बारे में
बुराई करना है,
और किसको कब
नीचा दिखाना है
इन सब बातों के लिए वे
बहुत बड़े ज्ञानी होते हैं।
धनुर्धर की ताकत उसके
तीर-कमान में होती है
जब चाहे किसी पर
लक्ष्य साध ले।
नेताओं की ताकत
उनकी जबान में होती है
जब चाहे तब कहीं भी
दंगा भड़का दे।
आजकल के नेता सिर्फ
नेता ही नहीं होते हैं
वे एक अच्छे उन्नतशील
व्यापारी भी होते हैं।
पैसे लगाकर चुटकी में
ओहदे प्राप्त कर लेते हैं
ओहदे से पैसे को कई
गुना बरकरार र...



















