मेरा हमदम
जीत जांगिड़
सिवाणा (राजस्थान)
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क्या लिक्खा हैं?
राज़ इक गहरा।
क्या देखा है?
उसका चेहरा।
गाते क्या हो?
उसका नजारा।
क्या बजता है?
उसका इकतारा।
धड़कन क्या है?
उसकी इबादत।
सांसें क्या है?
उसकी अमानत।
उसकी अदाएं?
लगती क़यामत।
दीदार उसका?
एक जियारत।
मर जाओगे?
हो गर इजाजत।
जी लोगे क्या?
हो गर जमानत।
दिल में क्या है?
उसकी धड़कन।
और धड़कन में?
उसकी तड़फन।
याद क्या है?
उसकी छुअन।
भूलें क्या हो?
उसका दामन।
जीना क्या है?
उसका मुस्काना।
और मरना?
उसका खफाना।
क्या पाया है?
पागल का तमगा।
क्या खोया है?
दिल अपना।
वहम क्या है?
वो अपना हैं।
और हकीकत?
ये सपना है।
वो कहां है?
मेरे दिल में।
कहां नहीं है?
मुस्तकबिल में।
उसका होना?
रब का होना।
उसको खोना?
सब को खोना।
नाम तुम्हारा?
उसका दीवाना।
काम तुम्हारा?
इश्क़ निभाना।
उसकी झुल्फे?
काली घटाएं।
उसकी आंखे?
नूर ...

















