गणपति
संगीता सूर्यप्रकाश मुरसेनिया
भोपाल (मध्यप्रदेश)
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गणपति हैं महान,
प्रथम पूजे सारा जहांन,
गणपति की भक्ति से
न कोई अंजान,
आ आए भक्तों के प्रधान,
जो पूजे उनका हो कल्यान,
गणपति का करें जो ध्यान,
उसको होता बुद्धि ज्ञान,
हम सब करें
गणपति का गुणगान,
गणपति लेते
भक्तों का संज्ञान,
प्रतिदिन सभी
भारतवासी करें प्रणाम।
परिचय :- श्रीमती संगीता सूर्यप्रकाश मुरसेनिया
निवासी : भोपाल (मध्यप्रदेश)
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करती हूँ कि मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है।
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