मेरे मालिक
आनंद कुमार पांडेय
बलिया (उत्तर प्रदेश)
********************
इनकार न कर पाएंगे,
स्वीकार न कर पाएंगे।
मेरे मालिक इससे ज्यादा,
हम प्यार न कर पाएंगे।
इनकार न कर पाएंगे,
स्वीकार न कर पाएंगे।
हम अज्ञानी ये क्या जाने
तू कितना निराला है..2
मिल गया तू जिसको वो
तो समझो किस्मत वाला है..2
कितना दयालु है इसका
उदगार न कर पाएंगे,
इनकार न कर पाएंगे,
स्वीकार न कर पाएंगे।
मेरे मालिक इससे ज्यादा,
हम प्यार न कर पाएंगे।
इनकार न कर पाएंगे,
स्वीकार न कर पाएंगे।
सबकी जीवन नैया
तो तेरे हीं सहारे है...2
हार-फूल कुछ पास
नहीं ले हृदय पधारें हैं...2
सब कुछ तेरा ही है दिया
अधिकार न कर पाएंगे।
इनकार न कर पाएंगे,
स्वीकार न कर पाएंगे।
मेरे मालिक इससे ज्यादा,
हम प्यार न कर पाएंगे।
इनकार न कर पाएंगे,
स्वीकार न कर पाएंगे।
दया करो हे दयानिधि
हम दर पर आए हैं...2
कब होगा दर्शन तेरा
ये आ...