Monday, May 20राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

डॉ. राजेंद्र प्रसाद

डॉ. पंकजवासिनी
पटना (बिहार)
********************

सादा जीवन और थे उच्च विचार !
सत्यनिष्ठ, शांत, निर्मल व्यवहार !!
निष्ठावान उच्च मूल्यों को अर्पित !
राष्ट्र सेवा हेतु जीवन समर्पित !!

कर्तव्यनिष्ठ देशभक्त राजनेता !
महान व्यक्तित्व ज्यो सतयुग त्रेता!!
बिहार जीरादेई सिवान जिला !
कमलेश्वरी गोद अप्रतिम कमल खिला!!

सामान्य जमींदार परिवार में पले…
कोलकाता लॉ कालेज स्नातक पढ़े!!
वहीं उच्च न्यायालय में किया अभ्यास!
फिर पटना तबादले का किया प्रयास !!

गांधी के आह्वान पर होकर विकल!
कानून की प्रैक्टिसे छोड़ दी सकल !!
महात्मा गांधी थे उनके आदर्श !
सत्य अहिंसा का लघु जीवन विमर्श !!

असहयोग, सत्याग्रह, भारत छोड़ो!
मे सक्रिय रह बोले ब्रिटिश बल तोड़ो!!
भोगी कारावास की यातनाएँ !
आत्मबल समक्ष नत रही विपदाएं!!

राष्ट्रहित हेतु बने सक्रिय पत्रकार !
हिंदी हित आजीवन राष्ट्रीय प्रचार !!
बने भारतीय संविधान सभाध्यक्ष!
सतत् श्रम से किया संविधान प्रत्यक्ष!!

बन गए भारत के प्रथम राष्ट्रपति!
बहुमुखी प्रतिभा से युक्त सत्यरथी !!
देश के महान स्वतंत्रता सेनानी !
राजेंद्र साहित्यिक प्रतिभा के धनी!!

भारत रत्न अलंकृत राजेंद्र लाल!
दिखाते ही रहे आजीवन कमाल!!
अमर सपूत न भूलेगा राष्ट्र ऋणी!
तेरे दिव्य कृत्य से है धरा धनी!!

परिचय : डॉ. पंकजवासिनी
सम्प्रति : असिस्टेंट प्रोफेसर भीमराव अम्बेडकर बिहार विश्वविद्यालय
निवासी : पटना (बिहार)
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करती हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय  हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *