Sunday, May 12राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

महागौरी वन्दन

आचार्य नित्यानन्द वाजपेयी “उपमन्यु”
फर्रूखाबाद (उत्तर प्रदेश)

********************

महामाता महागौरी जगत कल्याणकारी हैं।
तुम्हारी आस हमनें नाव दरिया में उतारी है।।

शिवानी शैलजा अम्बा त्र्यम्बक तोषिणी गौरी।
चतुर्भुज रूप है अनुपम, धरे हैं चंद्रमा मौरी।।
लिए त्रयशूल दाएँ कर, बजातीं वामकर डमरू।
वृषभ आरूढ़ हैं माता, चलें हैं संग में भैरू।।
जिन्होनें भक्त के कल्याण हित लीला प्रसारी है।।१!

सुता हिमवान की हो तुम, चुना पति शंभु शंकर को।
कठिन तप से पड़ी काली, रिझाया तब शुभंकर को।।
पिया सितकंठ आये तब, दिया वर गौर वर्णा हो।
बनी शंकर प्रिया शुभ्रा, शिवानी हो अपर्णा हो।।
तभी से गौरवर्णा हो, वदन कर्पूर क्यारी है।!२!

तुम्हीं दुर्गा तुम्हीं काली, तुम्हीं तो अन्नपूर्णा हो।
तुम्हीं शाकाम्भरी देवी, महिष की दम्भ चूर्णा हो।।
सुनैना दुर्गभीमा दुर्गभामा दुर्गतारिणि हो।
भवानी दुर्गभा अम्बा, शिवा शिवतोष कारिणि हो।।
चरण की वन्दना करता, करो स्वीकार सारी है।३!

विकल धरती हुई तेरी, यहां हैं लाख महिषासुर।
विचरते भूमि पर निशि दिन, कृतघ्नी काम के आतुर।।
सुताएँ हैं नहीं रक्षित, यहां इन भेड़ियों से अब।
दुखित मैं तो हुआ अम्बा, न जाने जन्म लोगी कब।।
स्वयं रक्षा करो आकर, विनय तुमसे हमारी है।४!

परिचय :- आचार्य नित्यानन्द वाजपेयी “उपमन्यु”
जन्म तिथि : ३० जुलाई १९८२
पिता : भगवद्विग्रह श्री जय जय राम वाजपेयी
माता : श्रीमती अनु आत्मजा वाजपेयी
निवासी : पाञ्चालघाट गंगा धाम, फर्रूखाबाद (उत्तर प्रदेश)
शैक्षणिक योग्यता : स्नातकोत्तर (संस्कृत साहित्य), डिप्लोमा इन मानव संसाधन विकास, पी. जी. डिप्लोमा इन मानव संसाधन प्रबन्धन
संप्रति : सनातनी छन्दाधारित/ उर्दू बह्र आधारित लेखन (२१ वर्ष का सैन्य प्रशासकीय अनुभव)
अभिरुचि : पर्वतारोहण, साहित्य लेखन, नाट्य-मंचन ,गीत-संगीत, यात्रा आदि में रुचि।
प्रकाशन : “शस्त्र से शास्त्र” एकल काव्य संग्रह, “मुट्ठी भर हिमालय” एकल गीत ग़ज़ल संग्रह, गीतों की वसुधा एकल गीत ग़ज़ल संग्रह प्रकाशित, अर्णव प्रकाशन से प्रकाशित साझा काव्य संकलन ‘स्नेह-अनुबंध’ एवं “पांच्यजन्य काव्य प्रसून” में कविताएँ प्रकाशित (२०२०)।
संपादन : “पांच्यजन्य काव्य प्रसून” साझा काव्य संकलन का संपादन।
साहित्यिक सम्मान : अर्णव प्रकाशन द्वारा ‘काव्य श्री अर्णव सम्मान’ से सम्म्मानित, “रचनाकार दिल्ली” साहित्यिक समूह द्वारा कई बार सर्वश्रेष्ठ रचनाकार, सर्वश्रेष्ठ संचालक, सर्वश्रेष्ठ समीक्षक नामक सम्मानों से सम्म्मानित। सर्वश्रेष्ठ गीत लेखन के लिए आद. डॉ. मैथिलीशरण गुप्त पुरस्कार से पुरस्कृत। सर्वश्रेष्ठ ग़ज़ल कहने के लिए आद. फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ पुरस्कार से सम्मानित।
साहित्यिक उपलब्धियाँ : गीता रामायण परीक्षा समिति पौढ़ी गढ़वाल, द्वारा आयोजित प्रवेशिका परीक्षा में प्रथम श्रेणी प्रमाण-पत्र, साहित्य कलश प्रकाशन पटियाला, द्वारा प्रकाशित शून्य से शिखर में कविताएँ प्रकाशित, आदर्श रामलीला समिति, भरखनी, हरदोई द्वारा सर्वोत्कृष्ट पात्र निर्वहन एवमं मंच संचालन के लिए प्रशंसा-पत्र
साहित्यिक संस्थाओं से जुड़ाव : गीता श्री साहित्यिक संस्था उत्तर प्रदेश जनपद अध्यक्ष हरदोई, फर्रुखाबाद पर पदस्थ। राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच इंदौर म.प्र., सोपान साहित्यिक संस्था, उड़ान समूह, छन्द प्रवाह, साहित्यिक संवाद, आदि सोशल मीडिया साहित्यिक पटलों पर कार्यरत, पांच्यजन्य काव्यप्रसून व्हाट्सएप्प साहित्यिक पटल के संस्थापक एवं प्रबन्धन/संचालन समिति प्रमुख।
विशेष : छन्दबद्ध काव्य, मुक्तक, चतुष्पदी, षटपदी, सभी सनातनी छन्दों पर हस्त सिद्ध, उर्दू ग़ज़ल, हिन्दी गीतिका सृजन।
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय  हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *