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प्रथम पूज्य गणराज

रामसाय श्रीवास “राम”
किरारी बाराद्वार (छत्तीसगढ़)

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कुण्डलियाॅं छंद

गणपति बप्पा मोरया, प्रथम पूज्य गणराज।
प्रथम नमन है आपको, पूरण करिए काज।।
पूरण करिए काज, सभी सुख के तुम दाता।
तुम हो कृपा निधान, जन्म-जन्मो से नाता।।
कहे राम कवि राय, गणों के तुम हो अधिपति।
हरिए सकल विकार, हमारे बप्पा गणपति।।

वंदन गणपति का करें, और धरें उर ध्यान।
इनके शुभ आशीष से, मिलता है सद्ज्ञान।।
मिलता है सद्ज्ञान, देव हैं परम कृपाला।
गज मस्तक हैं नाथ, धरे हैं देह विशाला।।
कहे राम कवि राय, करें इनका अभिनंदन।
गूॅंज रहा जयकार, जगत करता है वंदन।।

परिचय :- रामसाय श्रीवास “राम”
निवासी : किरारी बाराद्वार, त.- सक्ती, जिला- जांजगीर चाम्पा (छत्तीसगढ़)
रूचि : गीत, कविता इत्यादि लेखन
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


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