Monday, May 20राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

तो मत पूजो कन्या

राजेन्द्र लाहिरी
पामगढ़ (छत्तीसगढ़)
********************

हम उस देश के बाशिंदे हैं
जहां औरतों को देवी कहा जाता है,
पर उन्हीं औरतों द्वारा इसी देश में
सबसे ज्यादा अत्याचार सहा जाता है,
घर में, परिवार में, समाज में,
कार्यक्षेत्र में, हर जगह
उनका शोषण किया जाता है,
उनकी विश्वनीयता का
बार-बार परीक्षण लिया जाता है,
मनहूसियत का तमगा,
हर बात पर ताना,
साथ में दोगलापन इतना
आराध्य मान गा रहे गाना,
दहेज के नाम पर जहर,
क्या गांव क्या शहर,
सिर्फ कहर हो कहर,
ऊपर से कन्या पूजन का ढोंग,
छेड़छाड़, बलात्कार का दंश,
क्षण क्षण सम्मान का विध्वंस,
समाज किधर जा रहा,
पुरूषत्व सोच तड़पा रहा,
ये सब सहकर भी दे रही सुकून,
मां के रूप में,
पत्नि के रूप में,
बेटी के रूप में,
थेथरई लिए हुए हम
इतने स्वार्थी क्यों?
मूढ़ों कल्पना क्यों नहीं करते
उनके बिना अपने होने का,
गर यही है मंशा
उन्हें रखना है अजन्मा,
तो मत पूजो कन्या,
तो मत पूजो कन्या।

परिचय :-  राजेन्द्र लाहिरी
निवासी : पामगढ़ (छत्तीसगढ़)
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष प YouTubeर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *