Friday, May 10राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

शून्य से शिखर तक

अशोक कुमार यादव
मुंगेली (छत्तीसगढ़)

********************

लक्ष्य को पाकर दिखाना है मुझको।
जीत का परचम लहराना है मुझको।।
इस दुनिया में कठिन कुछ भी नहीं,
शून्य से शिखर तक जाना है मुझको।।

यदि जीवन एक खेल है तो मैं खेलूँगा।
चाहे लाख मुसीबतें आए मैं झेलूँगा।।
प्रेरित होकर ध्यान लगाना है कर्म में,
असंभव को संभव करके दिखाऊँगा।।

रच सकता है तो रच मेरे लिए चक्रव्यूह।
महारथियों के दल चाहे खड़े हो प्रत्यूह।।
ज्ञान हासिल किया है मैंने माँ के गर्भ में,
इस बार सातवें द्वार को भेदेगा अभिमन्यु।।

रह-रह कर अभी जवानी ने ली अँगड़ाई।
सुनहरे भविष्य के लिए लड़नी है लड़ाई।।
अपने हाथों लिखना है मुझे नया इतिहास,
यही सही समय है, शुरू करनी है पढ़ाई।।

परिचय : अशोक कुमार यादव
निवासी : मुंगेली, (छत्तीसगढ़)
संप्राप्ति : शिक्षक एल. बी., जिलाध्यक्ष राष्ट्रीय कवि संगम इकाई।
प्रकाशित पुस्तक : युगानुयुग
सम्मान : मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण ‘शिक्षादूत’ पुरस्कार से सम्मानित, उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान, छत्तीसगढ़ हिन्दी रत्न सम्मान, अटल स्मृति सम्मान, बेस्ट टीचर अवॉर्ड।
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय  हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉hindi rakshak manch 👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻.

1 Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *