अलख निरंजन
राजीव डोगरा "विमल"
कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश)
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जाग मछंदर गोरख आया
अलख निरंजन नाद सुनाया।
महाकाल का भगत बनाया
चौसठ योगिनी
९० भैरव का गान सुनाया।
५२ वीर भी संग लाया,
जाहरवीर को शिष्य बनाया
महावीर संग
भगवती काली का गुण गाया।
जाग मछंदर गोरख आया
आदेश आदेश आदेश कर
सब में अलख जगाया।
मेलडी मसानी को संग लाया
भूत-प्रेत को मार-मार भगाया।
जाग मछंदर गोरख आया
अलख निरंजन नाद सुनाया।
परिचय :- राजीव डोगरा "विमल"
निवासी - कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश)
सम्प्रति - भाषा अध्यापक गवर्नमेंट हाई स्कूल, ठाकुरद्वारा
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।
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