प्रीत की पाती
दिलीप कुमार पोरवाल “दीप”
जावरा मध्य प्रदेश
********************
(हिन्दी रक्षक मंच द्वारा आयोजित अखिल भारतीय कविता लेखन प्रतियोगिता में प्रेषित कविता)
मीत हो तुम मन के मेरे
ना कोई और दिल में सिवा तेरे
कुछ बोल सुनना चाहें दीप तुम्हारे
माझी बन कर चलू संग तिहारे
री सजनी ले चल नदियां किनारे
पोर पोर में रहो बसी हमारे
रच बस जाऊ संग तिहारे
वादी हो हरी भरी या कांटो भरी
लड़खड़ा कर भी चलू संग तिहारे
री सजनी लिख दी
प्रीत की पाती नाम तुम्हारे
परिचय :- दिलीप कुमार पोरवाल “दीप”
पिता :- श्री रामचन्द्र पोरवाल
माता :- श्रीमती कमला पोरवाल
निवासी :- जावरा म.प्र.
जन्म एवं जन्म स्थान :- ०१.०३.१९६२ जावरा
शिक्षा :- एम कॉम
व्यवसाय :- भारत संचार निगम लिमिटेड
आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि हिंदी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, हिंदी रक्षक मंच पर अपनी कविताए...