हिमालय से आती आवाज
डॉ. पुष्प कुमार राय
बांका बिहार
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उठो, वीर सैनिकों
सुनो, भारत मां की पुकार आज
हिमालय से आती आवाज।
गौर करो,
युद्ध की मानो हो आगाज
रखना मां के दूध का लाज
हिमालय से आती आवाज।
कह दो, वीरों
दुश्मनों से बात ये तुम आज
इक्कीसवीं सदी का है भारत आज
हिमालय से आती आवाज।
याद करो, वीरों
बासठ का वह चीनी खाज
हर भारतीय बदला लेंगे आज
हिमालय से आती आवाज।
प्रण कर, वीरों
तू बारंबार आज
लहू से रंगीन हो ना हिम आज
हिमालय से आती आवाज।
बढ़े चलो
मुड़कर देखो पीछे ना आज
होगी तेरे सिर पर ही विजयी ताज
हिमालय से आती आवाज।
उठो वीरों
उत्साहित है जननी लाखों आज
करने भव्य श्रृंगार तेरी आज
हिमालय से आती आवाज।
मत भूलो, वीरों
शहीदों की भूमि ये विशाल
निकल पड़ो तिरंगा लेकर आज
हिमालय से आती आवाज।
घबराओ मत वीरों
हमको है तेरी शौर्य पर नाज
फूंक दो पाञ्चजन्य शंख तुम आज
हिमालय से आती आवाज।
हे वीरों
रौंद डालो...
























