क्या खुब है यह सावन
अन्नू अस्थाना
भोपाल (मध्य प्रदेश)
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क्या खुब है यह सावन
रिम-झिम-रिम-झिम हो जाए सारा आलम ...
तन, मन सब भिग जाए,
हरितमा बिखर जाए चारों ओर
स्वर्ग सी सुन्दरता छाए धरा पर,
सब ओर
क्या खुब है यह सावन
भोले शंकर का अभिषेक हो जाए
इन रिम-झिम फूहारों से
क्या खुब है यह सावन
रिम-झिम-रिम-झिम हो जाए सारा आलम ...
उम्मीदों कि आस लिए कृषक झुम जाएं
आँखों में खुषी भर जाऐ
इन रिम-झिम फूहारों से,
क्या खुब है यह सावन
रिम-झिम-रिम-झिम हो जाए सारा आलम ...
सावन में हरितमा लिए तीज आई,
खुशियों के झूले संगलाई
देख तीज सजनी कहती है,
रहे खुष हाल मेरा साजन
आबाद रहे घर, आंगन
मस्त मलंन होकर मनाए हम हरियाला सावन
क्या खुब है यह सावन
रिम-झिम-रिम-झिम हो जाए सारा आलम ...
सावन माह के शुक्ल पक्ष में आती नागपंचमी
मिले आशीष नागेश्वर का
हम मनाते नागपंचमी
लेने आषीर्वाद नागेश्वर का,
करती सब महिलएं सर्प पूजा
खु...