दूर रहना चाहता है
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रचयिता : शिवम यादव ''आशा''
ये मन बहलता भी नहीं है
अकेले खेलता भी नहीं है
किसी के साथ खेलूँ
तो रुकता भी नहीं है
ऐ प्रकृति तेरे आगोश में
खेलना चाहता है मन
इसकी जिद बस यही है,
दूर दराज़ हवाओं के
झोंको में लहर कर
खुद से इठलाता है
तुतलाता है,ठहरता है
शायद इसकी चाह
बस यही है,
आसमाँ से बात
और दिल के राज़
मुझसे हमेशा क्यों
छुपाए रखता है
आखिर दिल मेरा है
मुझसे क्यों दूरी
बनाए रखता है
शायद मुझसे दूर
रहना चाहता है अभी
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लेखक परिचय :- नाम :- शिवम यादव रामप्रसाद सिहं ''आशा'' है इनका जन्म ७ जुलाई सन् १९९८ को उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात ग्राम अन्तापुर में हुआ था पढ़ाई के शुरूआत से ही लेखन प्रिय है, आप कवि, लेखक, ग़ज़लकार व गीतकार हैं, अपनी लेखनी में दमखम रखता हूँ !! अपनी व माँ सरस्वती को नमन करता हूँ !!
काव्य संग्रह :- ''राहों हवाओं में मन"
आप भी अपनी कविताएं,...


















