शिक्षक पर मुक्तक
*******************************
रचयिता : रशीद अहमद शेख 'रशीद'
सृष्टि के सारे उत्सव शिक्षक होते हैं!
प्रकृति के विस्तृत वैभव शिक्षक होते हैं!
जीवन शाला में अनंत शिक्षक हैं किन्तु,
कभी-कभी अपने अनुभव शिक्षक होते हैं!
युगों-युगों से करता है वह ज्ञान-दान जग में अविराम!
चरण कोई छूता है उसके कोई करता उसे सलाम!
धर्म-जाति, भूगोल से परे उसका शुभ इतिहास,
गुरूदेव,शिक्षक,अध्यापक,व्याख्याता उसके उपनाम।
हितकारी अपरिमित गुणों का सुखदाई भंडार है शिक्षक!
ज्ञान दीप है, सकारात्मक अनुभव का संसार है शिक्षक!
प्रमुख परामर्श दाता, पंडित, पारंगत, निज विषय प्रवीण,
राष्ट्ररूपी उच्चतम दुर्ग का अविचल दृढ़ आधार है शिक्षक!
लेखक परिचय :- नाम ~ रशीद अहमद शेख
साहित्यिक उपनाम ~ ‘रशीद’
जन्मतिथि~ ०१/०४/१९५१
जन्म स्थान ~ महू ज़िला इन्दौर (म•प्र•) भाषा ज्ञान ~ हिन्दी, अंग्रेज़ी, उर्दू, संस्कृत
शिक्षा ~ एम• ए• (हिन्दी और अ...


















