कितने क्यों मौन हो
राजीव डोगरा "विमल"
कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश)
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कितने क्यों मौन हो
क्या आती नही अभिव्यक्ति ?
या फिर जाती नही
अब भी अहम भक्ति ?
छोड़ दो न छंदों अलंकारों को
कम से कम करो न
आत्म अभिव्यक्ति।
या फिर जाती नहीं
अब भी शकी अभिव्यक्ति ?
हिंदू हिंदुस्तान की शान है
थोड़ा तो सम्मान रख लो
आता नहीं रस तो
भाव ही अभिव्यक्त कर लो
या फिर आती नहीं
भाव की अभिव्यक्ति भी?
परिचय :- राजीव डोगरा "विमल"
निवासी - कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश)
सम्प्रति - भाषा अध्यापक गवर्नमेंट हाई स्कूल, ठाकुरद्वारा
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।
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