बूझो तो जाने …साप्ताहिक पहेलियों की प्रथम किश्त
महादेव प्रसाद "प्रेमी"
गंगापुर सिटी, (राजस्थान)
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१.
नर शरीर धारण किया, मुख किया पशु सम्मान
प्रथम पूज्य देवता भए, पहेली है आसान।
२.
सुबह चाय के वक्त पड़ती है ज़रूरत तेरी,
थोड़ी-सी चिंता बढ़ती है मेरी,
जब तेरे आने में होती है थोड़ी-सी देरी।
३.
हम भाई बहन अनेक हैं,
मैं उनमें से एक,
अगर हम माँ के संग में ना रहें,
तो माँ को देते फेंकें।
४.
उल्टा किया तो हो गया राजी,
डाल दिया तो बन गयी भाजी,
सब ही मेरा उपयोग करते,
क्या मुल्ला क्या काजी।
५.
धोली धरती काला बीज,
बोवन वाला गाये गीत।
पहेलियों के क्रम डालकर आप जवाब कमेंट बॉक्स में दे सकते हैं।
प्रकाशित पहेलियों के सही जवाब आप अगले सप्ताह प्रकाशित होने वाली पहेलियों की द्वितीय किश्त में पढ़ सकते हैं।
परिचय :- महादेव प्रसाद "प्रेमी"
जन्म : १० जुल...























