आओ मनायें खुशियों का पर्व
आनन्द कुमार "आनन्दम्"
कुशहर, शिवहर, (बिहार)
********************
आओ मनायें खुशियों का पर्व,
झूमें गायें इसमे सब
आओ जलायें उन दियों को,
जो वर्षो पहले बूझ चूके थे
वजह क्या था, गलती किसकी थी,
सारी बातों को भूलकर
आओ आज मै और तुम हम हो जायें,
जैसे दिया और बाती
आओ हम सब मिलकर,
जलायें खुशियों का दिया
आओ मनायें खुशियों का पर्व,
झूमें गायें इसमे सब
परिचय :- आनन्द कुमार "आनन्दम्"
निवासी : कुशहर, शिवहर, (बिहार)
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।
आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail....























