सब पढ़े, सब बढ़े
सोनल सिंह "सोनू"
कोलिहापुरी दुर्ग (छतीसगढ़)
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अज्ञानता के तिमिर में,
ज्ञान का प्रकाश हो।
दूर हो निरक्षरता,
साक्षरता का आभास हो।
साक्षरता हमें जगाती है,
शोषण से भी बचाती है।
देश को आगे बढा़ती है,
जीवन सफल बनाती है।
जन जन तक पहुँचे शिक्षा,
आज ये संकल्प करें।
शिक्षा का कोई विकल्प नहीं,
इसे पाने का प्रण करें।
सब पढ़े सब बढ़े,
स्वप्न ये साकार हो।
साक्षर बने सारा समाज,
आओ इसका करें आगाज।
परिचय - सोनल सिंह "सोनू"
निवासी : कोलिहापुरी दुर्ग (छतीसगढ़)
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करती हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।
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