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सबसे मुश्किल होता है

प्रीति धामा
दिल्ली
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सबसे मुश्किल होता है,
हाँ बहुत मुश्किल होता है,
उस सफलता को बस
छूते-छूते रह जाना,
जिसके लिए आपने
जी तोड़ मेहनत की हो,
जिसके सपने देखने के लिए,
नींदों से बगावत की हो।
जिसको पाने के न जाने
कितने ख़्वाब देखे हो,
जिसकी उम्मीद आपने अपने से,
आपके अपनो ने तुमसे बांधी हो,
सच में बड़ा मुश्किल होता है,
सफलता के आखिरी पायदान
पर जाकर नीचे लुढ़कना
फिर से नई शुरुआत जब
मैंने जीरो से सीखा था,
सच में बहुत मुश्किल है,
फिर से हिम्मत को बांधे रखना,
कि अब फिर से कमर कस कर
उस सफलता को एक बार
फिर हासिल करना।
बस इसी ज़द्दोज़हद में अब
कट रही ज़िन्दगी है, कि
आखिर कहां रह गयी वो कमी है।

परिचय :-  प्रीति धामा
निवासी :  दिल्ली
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करती हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


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