Monday, May 20राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

शहर ऐक कोना सा‌‌

संजय कुमार नेमा
भोपाल (मध्य प्रदेश)

********************

शहर ऐक कोना सा।
खो गया मैं मंजिलों की
अट्टालिका मैं,
बिछड़ गया मैं
भीड़ भरी जिंदगी में।‌
ना पूछे कोई खैर खबर,
ना मिले सगे संबंधी।
ना मिली चौपाल की बैठक।।‌‌
शहर ऐक कोना सा‌‌

कहां खो गई आम,
नीम, पीपल की छांव।‌‌
नहीं दिखता दूर-दूर परिंदा,
ना मुझे मिली इतराती
कोयल की कुहू कुहू की आवाज।।
ना मिले नीम, पीपल की
छांव में लहराते झूले।
शहर ऐक कोना सा।

शहर की अट्टालिका में
ढूंढ रहा अपनों को,
न मिले सगे संबंधी।‌‌
ना मुझसे कोई
पूछे खैर खबर।‌
शहर ऐक कोना सा।

ना बोले प्यार से,
भैया जय राम जी,
जय गोपाल जी।
निकला वह बाजू से,
बोला हाय गुड मॉर्निंग।।‌
शहर ऐक कोना सा।

ना दिखता सुबह
का सूर्य उदय,
ना सुनता पक्षियों
का कलरव,
ना मीठी कोयल
की कुहू कुहू।
ना मिला भोंरौ का गुंजन।
शहर ऐक कौना सा।

ना मिली माटी की
सोंधी खुशबू।
ना दिखता सूर्यास्त,
बस अब सुबह शाम
मोटर गाड़ी का शोर।।
शहर ऐक कोना सा।

अब मिली मुझे ऊंची
मंजिलों की अट्टालिका,
जिन्हें निहारूं, दिशा भटकूं
शहर ऐक कोना सा।

गली गली अट्टालिका के
बीचों बीच अपनों को ढूंढूं
कोई मिले, अपना सा।
जिसे गले लगाऊं
अपनी बात बताऊं।
अब मैं समझा
अपने को बेचारा सा।।
शहर ऐक कोना सा।

परिचय :- संजय कुमार नेमा
निवासी : भोपाल (मध्य प्रदेश)
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय  हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *