Friday, May 9राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

आपको देश की कसम

डॉ. किरन अवस्थी
मिनियापोलिसम (अमेरिका)

********************

प्रिय देशवासियों
आपको देश की कसम
अपने बच्चों को
देशभक्त बनाएं
उन्हें देश से प्रेम
करना सिखाएं देशप्रेम है
कर्तव्यों को इमानदारी से निभाना
मेहनत करके आगे बढ़ना
देश के प्रति निष्ठा निभाना
अपनी ‌संस्कृति को
संभाल कर रखना
ईश्वर में विश्वास रखना
पड़े जरुरत तो सांसारिकता
को ताक पर रखना
आध्यात्मिकता ‌की
अलख उनमें जगाना
अपने देश के बच्चों को
पहला प्रेम देश से करना‌ सिखाना
देश है सबसे बड़ा
देश से बढ़कर नहीं कोई खड़ा
देश ही सबको देता है
सारे सुख, सुविधाएं
देती है देश भक्ति
मात-पिता सी शक्ति
देश का संबल है धर्म ध्वजाएं
देश में सांस्कृतिक चेतना जगाएं
आध्यात्म की ध्वजा फहराएं
भारत का हर बालक हर बाला
स्वयं को देश का सैनिक समझे
मन में यह भाव जगाएं
तिरंगे से पहला प्यार करना सिखाएं
हर मन में बसे तिरंगा
हर छत पे तिरंगा लहराएं।

परिचय :- डॉ. किरन अवस्थी
सम्प्रति : सेवा निवृत्त लेक्चरर
निवासी : सिलिकॉन सिटी इंदौर (मध्य प्रदेश)
वर्तमान निवासी : मिनियापोलिस, (अमेरिका)
शिक्षा : एम.ए. अंग्रेजी, एम.ए. भाषाविज्ञान, पी.एच.डी. भाषाविज्ञान
सर्टिफिकेट कोर्स : फ़्रेंच व गुजराती।
पुनः मैं अपने देश को बहुत प्यार करती हूं तथा प्रायः देश भक्ति की कविताएं लिखती हूं जो कि समय की‌ मांग भी‌ है। आजकल देशभक्ति लुप्तप्राय हो गई है। इसके पुनर्जागरण के लिए प्रयत्नशील हूं।
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करती हूँ कि मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु  राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈…  राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *