मीरा
मीना सामंत
एम.बी. रोड (न्यू दिल्ली)
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वो छोटी सी मीरा, वो न्यारी सी मीरा
जग की दुलारी, माँ की प्यारी सी मीरा!
वंशीधर के प्रीत में उलझी सी मीरा
जीवन के रहस्यों से सुलझी सी मीरा!
सत्य पथ से कभी ना भागी थी मीरा
विघ्नों में भी धैर्य ना त्यागी थी मीरा!
बेरहम वक़्त की ठेस, सहती थी मीरा
रोती भले पर ना कुछ कहती थी मीरा!
ना मिले मोहन तो स्वयं छल गई मीरा
कृष्ण भक्ति में ही देखो ढल गई मीरा!
हंसकर हलाहल विषों का, पी गई मीरा
राणा ने ढाए जुल्म फिर भी जी गई मीरा!
निज उर की वेदना भी छिपाती थी मीरा
आठो पहर कान्हा-कान्हा गाती थी मीरा!
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परिचय :- मीना सामंत
एम.बी. रोड (न्यू दिल्ली)
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