मीठी वाणी
मीना भट्ट "सिद्धार्थ"
जबलपुर (मध्य प्रदेश)
********************
मीठी वाणी बोलिए,
वाणी रस की खान।
शुभ वाणी से प्राप्त हो,
यत्र-तत्र सम्मान।।
सबको दे आनंद है,
शुभ तो है अनमोल।
शुभ शुभ ही तो बोलिए,
मधुरस देवे घोल।।
सबसे अच्छी मौन है,
सुख का है संदेश।
अधजल गगरी छलकती,
बदलो ये परिवेश।।
कटु वचन से बैर बढ़े,
रख लो तुम ये ध्यान।
मीठी वाणी बोलिए,
वाणी रस की खान।।
बार बार मिलती नहीं,
देखो मानव देह।
निर्मल भाव विचार रख,
रखो सभी से नेह।।
चलिए सच की राह पर,
तज कर झूठ विकार।
मानव की सेवा करो,
रख मन सहज विचार।।
क्षण भंगुर जीवन सुनो,
ले लो ये संज्ञान।
मीठी वाणी बोलिए,
वाणी रस की खान।।
व्यर्थ प्रलाप करो नहीं,
उत्तम करिए नित्य।
आडम्बर को छोड़कर,
करिए पावन कृत्य।।
कर लो साधक साधना,
शुभ तो है बेजोड़।
बातचीत-व्यवहार शुभ,
मुख नहिं मनवा मोड़।।
करे ...



















