जागो हे भोले…
हरिदास बड़ोदे "हरिप्रेम"
गंजबासौदा, विदिशा (मध्य प्रदेश)
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"ईश्वर सत्य है,
सत्य ही शिव है,
शिव ही सुंदर है,
सत्यम शिवम् सुंदरम...।
सत्यम शिवम् सुंदरम...,
सुंदरम..., सुंदरम...,
सत्यम शिवम् सुंदरम...।।
जागो हे भोले...,
जागो..., जागो..., जागो...,
जागो हे भोले, जागो प्यारे,
मेरे भोले कि सूरत, है निराली।
जागो हे भोले...।।
गणेश-कार्तिक पूत तुम्हारे,
आदिगौरी मां संगिनी तुम्हारी।
मन पावन करो, कामना पूर्ण करो,
सदा नमन करूं, ओमकार प्यारे।
जागो हे भोले...।।
हाथो में त्रिशूल डमरूं बाजे,
माथे पर त्रिनेत्र चंद्र सांजे,
जटा में रहे गंग, डाले गले में भुजंग,
नीलकंठेश्वर, महाकाल प्यारे।
जागो हे भोले...।।
ज्योर्तिलिंग में शक्ति तुम्हारी,
करे पूजन ऐ धरती सारी,
भक्तों के भगवन्,
करूं चरणों में सुमिरन,
शिवशक्ति का रूप,
भोलेनाथ प्यारे।
जागो हे भोले...