सारा संसार हमारा
डॉ. भावना सावलिया
हरमडिया (गुजरात)
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मन मेरा झूम झूमके नाचता
गाता दिल सारा संसार हमारा...
नीलाम्बर, सूर्य, चंद्र व तारें,
बादल, नक्षत्र वे सारे नजारें,
सागर, सरिता बहते मीठे झरनें
पेड़-पौधे,पहाड़ लगे सब प्यारे।
मन मेरा झूम झूमके नाचता
गाता दिल सारा संसार हमारा...
उमंगी मन ऊँची उड़ान भरता,
सारे संसार का विहार करता,
सपनों की बारात के संग संग
बादलों की ओट से झाँकता चलता
मन मेरा झूम झूमके नाचता
गाता दिल सारा संसार हमारा...
समीर सरगम गाता घूमता,
नभ को प्रेम नैनों से चूमता।
प्रकृति को बाहों में भर कर
चिड़िया संग मन गाता झुमता।
मन मेरा झूम झूमके नाचता
गाता दिल सारा संसार हमारा...
मधुर झरने का पान करता,
किशलय शृंग से बातें करता।
मन पर्वत शिखा पर बैठकर
प्रभु का सौन्दर्य दिल में धरता।
मन मेरा झूम झूमके नाचता
गाता दिल सारा संसार हमारा...
मित...