किरदार पुराना है…
डॉ. संगीता आवचार
परभणी (महाराष्ट्र)
********************
वो भी क्या जमाना था!
इन्सानियत का दौर था,
रिश्तों मे गहरा विश्वास था,
बातों मे भी अपनापन था!
बडा सुनहरा वो समा था,
दोस्ती का भी मकाम था,
बुजुर्गो का सही सम्मान था,
उनको भी सब समान था!
ये भी क्या एक जमाना है?
जरूरतों का सिर्फ सामान है,
बस मतलब का माहौल है,
रिश्तों मे करारा मलाल है!
लोग तो यूँही पूछ बैठते हैं,
किस जमाने मे हम रहते हैं?
रहते नये जमाने मे जरूर है!
आदतों मे किरदार पुराना है!
परिचय :- डॉ. संगीता आवचार
निवासी : परभणी (महाराष्ट्र)
सम्प्रति : उप प्रधानाचार्य तथा अंग्रेजी विभागाध्यक्ष, कै सौ कमलताई जामकर महिला महाविद्यालय, परभणी महाराष्ट्र
घोषणा पत्र : प्रमाणित किया जाता है कि रचना पूर्णतः मौलिक है।
आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने पर...