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खत हजारों मुझे

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रचयिता : शिवम यादव ”आशा”

तूने लिखे थे खत
  हजारों मुझे…
मगर उस वक़्त एक
भी न मिल सका मुझे…
आज देख रहा हूँ
तेरे पुराने से पुराने
खत में रखी हैं
छिपी तेरी यादें
उन्हीं में उलझकर
दिल ने तेरी याद दी मुझे…
तेरी यादों ने मज़बूर
  कर दिया अब
तेरे साथ बीते पल
   के लम्हों को
लिखने को मुझे…
लेखक परिचय : नाम :- शिवम यादव रामप्रसाद सिहं ”आशा” है इनका जन्म ७ जुलाई सन् १९९८ को उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात ग्राम अन्तापुर में हुआ था पढ़ाई के शुरूआत से ही लेखन प्रिय है, आप कवि, लेखक, ग़ज़लकार व गीतकार हैं
रुचि :- अपनी लेखनी में दमखम रखता हूँ !! अपनी व माँ सरस्वती को नमन करता हूँ !!
काव्य संग्रह :- ”राहों हवाओं में मन “

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