Monday, May 13राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

ये दिल कहीं लगता नहीं बिन आपके…

राजेन्द्र कुमार पाण्डेय ‘राज’
बागबाहरा (छत्तीसगढ़)

********************

सोनू! तन्हाई में ये दिल अक्सर बातें करता है
तेरी अपनी बातों ही बातों में उलझा करता है

ये पागल हो गया है ये दिल दीवाना एक ना सुने
दुनिया के रिवाज माने ना जिद करे एक ना सुने

जब देखूँ आईना मैं सिर्फ अपना ही अक्स देखूं
ये दिल कहीं लगता नहीं आपके बिना क्या करूँ

साथ तेरा चाहे हरपल बस तुझे चाहे ये दिल
लम्हा लम्हा जीना चाहे साथ तेरे चाहे ये दिल

नादां दिल तेरे सिवा कोई और ना चाहे ये दिल
हाथों मेरे तेरा हाथ रहे हर लम्हा साथ चाहे ये दिल

ऐ साथी तेरे बिना ये अधूरा जीवन भी क्या जीवन है
मैं चकोर तुम चाँद हो मेरी हम दोनों ही एक हो गए है

एक अनजानी चाहत में मैं खुद को खो बैठा तुममें
तुझमें अपने आप को ही पाता हूँ सुध खो बैठा तुममें

रोक न सकेगा जमाना हमको हम हो गए हैं आपके
सोनू! हम बताएं ये दिल कहीं लगता नहीं बिन आपके

परिचय :-  राजेन्द्र कुमार पाण्डेय ‘राज’
निवासी : बागबाहरा (छत्तीसगढ़)
सम्प्रति : प्राचार्य सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बागबाहरा
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय  हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *