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पहलगाम में आतंकी हमला

डॉ. किरन अवस्थी
मिनियापोलिसम (अमेरिका)

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बस पर आतंकी ‌हमला
घर पर आतंकी ‌हमला
कभी गोली औ बम बरसाकर
सड़कों पर पत्थर बरसाकर
रेल की पटरी उखाड़
उनपर भारी पत्थर रखकर
भारी चीजें अटका कर,
आग लगाकर
पर्व, जलूसों, सेना पर
पत्थर बरसाकर
मासूम, निहत्थे टूरिस्टों पर
गोली चलवाकर
सारे जग‌को कर‌आतंकित
खुद लुके छुपे फिरते हैं
यह कायर बड़े हुआ करते हैं
आतंकी यही हुआ करते हैं।
कबतक भारत आतंक सहेगा
कबतक भारतपुत्र शहीद बनेगा
अब और नहीं हम सह सकते
उनका आतंकी मकसद
होकर चकनाचूर रहेगा।

भारत ने न कभी
पहला वार किया
कई बार तुम्हें छोडा
माफ़ तुम्हें कई बार किया।
तुमने अति कर दी आतंकी दल
बहुत सहा है हमने
उत्तर मुंहतोड मिलेगा
इनकी कायरता को
सारा जग देखेगा।
घर में घुसकर मारेंगे
सब तहस नहस कर देंगे
भारत की मर्यादा को लांघा
आतंकिस्तान न बचने देंगे।

जय भारत की सेना
उसमें बब्बर शेर खड़े होंगे
गीदड़ हरकत करने वाले
शेरों के जबड़ों में पड़े होंगे।
मानवता पर तुमने लूट मचा रखी है
अल्लाह न तुमको माफ करेगा
यह चेतावनी अल्लाह की है
क्यों तुमने मौत मचा रखी है।।

परिचय :- डॉ. किरन अवस्थी
सम्प्रति : सेवा निवृत्त लेक्चरर
निवासी : सिलिकॉन सिटी इंदौर (मध्य प्रदेश)
वर्तमान निवासी : मिनियापोलिस, (अमेरिका)
शिक्षा : एम.ए. अंग्रेजी, एम.ए. भाषाविज्ञान, पी.एच.डी. भाषाविज्ञान
सर्टिफिकेट कोर्स : फ़्रेंच व गुजराती।
पुनः मैं अपने देश को बहुत प्यार करती हूं तथा प्रायः देश भक्ति की कविताएं लिखती हूं जो कि समय की‌ मांग भी‌ है। आजकल देशभक्ति लुप्तप्राय हो गई है। इसके पुनर्जागरण के लिए प्रयत्नशील हूं।
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करती हूँ कि मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है।


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