आईना
प्रमेशदीप मानिकपुरी
भोथीडीह, धमतरी (छतीसगढ़)
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जिंदगी की हकीकत दिखाती हैं आईना।
पल-पल बदलती जीवन सिखलाती आईना।।
आईना के प्रतिबिम्ब से बदलती हैं जिंदगी।
आईना सा पाक,निष्पक्ष हो हमारी जिंदगीII
हकीकत से वास्ता कराती है आईना- २
जिंदगी की.......................आईना II१II
आईना वही रहता है, चेहरे बदलते है I
समय की हर जख्म दिखाती है आईना II
कभी हंसाती, तो कभी रुलाती है आईना- २
जिंदगी की.......................आईना।।२।।
हकीकत का अक्स दिखती है आईना ।
बदलते परिवेश मे बदलना सीखाती है आईना।।
ये सच है, झूठ नही बोलता आईना- २
जिंदगी की ...................आईना ।।३।।
मानव को मानवता का बोध कराती है आईना।
कर्तव्य परायणता का बोध कराती है आईना।।
मानव मे देवत्व जागाती है आईना- २
जिंदगी की ................आईना ।।४।।
परिचय :- प्रमेशदीप मानिकपुरी
पिता : श्री लीलूदास मा...