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देश के राज्यों की विशेषता

संजय जैन
मुंबई (महाराष्ट्र)
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सुनों सुनता हूँ तुमको देश की कहानी।
जिसमें हैं २९ राज्यों का समावेश।
राज्यों कि भी है अपनी अपनी कहानी।
कोई विकसित है तो कोई है जंगल।
पर सभी का ह्रदय है तो भारत।
परंतु एकबात समान है सभी राज्यों में।
अलग अलग राज्यों की भाषाएँ हैं।
खाने और पहाने का तरीका भी अलग है।
रीति रिवाजो का तरीका भी अलग है।
परंतु तिरंगा के प्रति बहुत सम्मान है।
तभी तो एक सूत्र में सभी राज्य बंधे हैं।
और सभी का है एक ही संविधान।
जो हर धर्म जातियों को समानता देता है।
अनेकता में एकता जिसकी
सबसे बड़ी विशेषता है।
चलो आज प्रदेश के अनुसार सुनता हूँ।
आपको देश के प्रदेशों की कहानी।
तभी जान पाओंगे राज्यों को तुम।
प्रथम में हम बात करते है कश्मीर की।
जहाँ रहते है कश्मीरी पंडित।
और वहां पर बहुत पैदा होती है केशर।
बात करते है अब हिमाचल प्रदेश की।
जहाँ के पूरे विश्व में प्रसिध्द है सेव फल।
चलो बात कर लेते है अब पंजाब हरियाणा की।
जो सबसे ज्यादा आनाज पैदा करता है।
और क्या देश और विदेशो को भी देता है।
उत्तर प्रदेश बिहार का तो कहना ही क्या है।
जहाँ से प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति मिले और
पैदा होते सबसे ज्यादा आलू और धान।
झारखंड की तो बात बहुत निराली है।
जहाँ सबसे ज्यादा है खनन खान।
पश्चिम बंगाल की अलग है पहचान
जहाँ की महाकाली और साड़ी प्रसिध्द है।
असम की तरफ अब हम चलते है
जहाँ पर चाय के बग़ानों का कहना ही क्या।
भारत के ह्रदय की अब बात करते है
जिसे लोग मध्य प्रदेश के नाम से जानते है।
जहाँ पर सबसे ज्यादा पैदा होता है।
सोयावीन गेंहूँ चना मैसूर और अलसी।
राज्य घारानो में राजस्थान का जवाब नहीं।
गुजरात बहुत सम्मानीय प्रदेश है।
जहाँ राष्ट्रपिता ने बनाया सबारमती आश्रम
जो अनेकता में एकता का संदेश देता है।
करते है हम बात अब महाराष्ट्रा की जो
देश की उधोग राजधानी के नाम से जाना जाता है।
और देश की प्रगति में अपनी भूमिका निभाता है।।
शेष प्रदेशों के हाल भी संजय रचना के द्वारा बताऊंगा।
और भारत के सभी राज्यों का हाल आपको सुनाऊंगा।
क्योंकि बहुत प्यारा और नियारा है भारत देश
जहाँ की मिट्टी के कण कण में बसे है अनेक देव।।

परिचय :- बीना (मध्यप्रदेश) के निवासी संजय जैन वर्तमान में मुम्बई में कार्यरत हैं। करीब २५ वर्ष से बम्बई में पब्लिक लिमिटेड कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत श्री जैन शौक से लेखन में सक्रिय हैं और इनकी रचनाएं राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच (hindirakshak.com) सहित बहुत सारे अखबारों-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहती हैं। ये अपनी लेखनी का जौहर कई मंचों पर भी दिखा चुके हैं। इसी के चलते कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा इन्हें सम्मानित किया जा चुका है। आप मुम्बई के नवभारत टाईम्स में ब्लॉग भी लिखने के साथ-साथ मास्टर ऑफ़ कॉमर्स की शैक्षणिक योग्यता रखने वाले संजय जैन कॊ लेख,कविताएं और गीत आदि लिखने का बहुत शौक है, आप लिखने-पढ़ने के ज़रिए सामाजिक गतिविधियों में भी हमेशा सक्रिय रहते हैं।
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


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