छठ मैया
प्रो. डॉ. शरद नारायण खरे
मंडला, (मध्य प्रदेश)
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( मुक्तक )
छठ पूजा के पल पुष्पित हैं, रवि को नमन् करें।
हर विकार जो अंतर में है, उसका दहन करें।
मैया छठ की करुणा लेकर, निज जीवन महकाएँ,
दुख,पीड़ा और शोक हरण कर, ग़म का शमन करें।।
फूल और फल, सजा मिठाई, मंगल गान करें।
रीति, नीति, अच्छाई लेकर, सबका मान करें।
हर्ष मिलेगा, प्रमुदित हो मन, छठ माता की महिमा,
नदिया के तट पर जाकर हम, प्रभु का ध्यान करें।।
सच्ची श्रद्धा, भक्ति सजा लें, पायें फल चोखा।
रहे निष्कलुष सबका जीवन, किंचित नहिं धोखा।
रहे समर्पण छठ मैया प्रति, तो आनंदित पल,
सुखमय जीवन होवे, नहीं कोय रोका।।
सूरज की पूजा होती है, अर्घ्य दे रहे लोग।
पूजन के कारण ही देखो, परे हटें सब रोग।
आओ! पूजन सभी सँभालें, लेकर शुभ-मंगल,
छठ मैया का हो जयकारा, और लगाएँ भोग।।
परिचय :- प्रो. डॉ. शरद नारायण खरे
जन्म : २५...















